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     बिना बीज के पौधे कैसे तैयार करें सबसे अच्छी विधी

हलो दोस्तों ,

             आप सभी लोगों का फिर से बहुत-बहुत स्वागत है आपके अपने ब्लॉग Total Excel की साईट 'www.totalcexcel.com पर।आज हम आपको बताएंगे कि आप बिना बीज के पौधे कैसे तैयार करें। इसके लिए कौन-सी प्रक्रिया अपनाई जाती है हम आपको बतलाएंगे। इसके लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पढें। दोस्तों यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होने वाली है चलिए शुरू करते हैं बिना समय गंवाए।


 इस विधि से आप किसी भी वृक्ष या पेड़ से उसी किस्म का पेड़ तैयार कर सकते हैं  जैसे आपके पास एक अच्छी किस्म का नींबू का पौधा आप उसे बिना बीज के उसी पौधे से उसी किस्म का पौधा तैयार कर सकते हैं बड़ी आसानी से। इसके लिए आपको न पैसे खर्च करने है और न ही  कहीं जाने की जरूरत। उस विधि को हम गुट्टी बांधना व अंग्रेजी में Airlyering कहते हैं आईये जाने गुट्टी बांधना व Airlyering क्या है

गुट्टी बांधना या Airlyering क्या है:-

किसी भी पेड़ व पौधे पर Airlyering कैसे करें। इसके बारे में जानकारी के लिए आप इस पोस्ट को अंत तक पढिए। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप अपने आम को Airlyering या गुट्टी  बांधकर उसी किस्म का  पौधा कैसे तैयार करेंगे। इस विधि का प्रयोग हमारे पूर्वज भी करते आए हैं अगर आपके पास एक ऐसा पौधा या पेड़ जिसकी टहनियां  जमीन पर टिकी हुई हो तो आप उस टहनी को जमीन पर रख कर उस पर मिट्टी डाल देते हैं और उसमें सप्ताह में एक बार पानी देते हैं तो कुछ दिन में  उस टहनी में भी जड़े
 निकल आती हैं लेकिन ऐसा कभी होता है कि किसी पेड़ की टहनियां जमीन तक पहुंच पाती है।

आवश्यक सामग्री:-

इसके लिए आपको कोई खास सामान की आवश्यकता नहीं होती है जो कि आप को बाजार से खरीदना पड़ें। इसमें उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुएं- चाकू, रस्सी, कपड़ा पैकिंग पॉलिथीन, मिट्टी, सैंडी हुई खाद व दाल चीनी पाउडर जो कि सभी के घरों में आसानी से मिल जाते हैं अगर आप चाहें तो rootgroth powder को दाल चीनी पाउडर के स्थान पर ले सकते हैं

 

गुट्टी या Airlyering कैसे करें:- 

                         आपको जिस भी वृक्ष व पौधे पर Airlyering व गुट्टी बांधना हैं उस पौधे की एक शाखा को चुन लेना हैं जिसकी मोटाई आपके अंगुठे के साइज की हो या आप इससे थोड़ी मोटी टहनी को भी चुन सकते हैं अगर ये टहनी सीधी व लम्बी हो तो और भी अच्छा है अब आपको इस टहनी को 2 इंच के भाग में इसके चारों ओर गोलाई में ऊपरी छाल को अच्छी तरह से उतार लेना है उसके बाद आपने जिस स्थान से छाल उतरी उस स्थान पर चाकू से रगड़ कर साफ़ करके वहां पर दाल चीनी का पावडर लगा देना है जिस प्रकार से नीचे फोटो में दिखाया गया है  

उसके बाद आपको गोबर की सैंडी हुई खाद व मिट्टी मिलकर उस स्थान पर लगा लेना हैं जहां पर आपने  टहनी को गोलाकार भाग में काटकर  उसकी ऊपरी छाल को उतारकर  दालचीनी  का पावडर  लगाया  था  अब आपको इस खाद व मिट्टी  के लेप को एक  पारदर्शी पॉलिथीन की सहायता से अच्छी तरह से इस प्रकार से बांध देना कि पॉलिथीन के अंदर हवा और पानी प्रवेश ना हो पाए है ताकि उसके अंदर हवा न जाए और नमी लगातार बनी रहे । इस गुट्टी को आप उस टहनी पर 30-40 दिन तक बांधे रखना हैै चालिस दिन के बाद आपको उस गूुुुुुट्टी को अच्छी तरह से देखना हैं कि पॉलिथीन में जड़ेे उभरी है या नहीं। अगर जड़े पॉलिथीन में से दिखाई देती हैं तो आपको  उस टहनी को जिस पर आपने गुट्टी को बांंध रखा है उस टहनी को गुट्टी के नीचले  हिस्से से किसी आरि की सहायता से काटकर पेड़ से उतार लेना है          
अब आप को उस गुट्टी की रस्सी को खोल लेना है आप देखेंगे कि इसमें भरपूर मात्रा में जड़ें निकल चुकी हैं इसमें जबरदस्त rootgroth हो गई है।अब आप देखेंगे कि  इस टहनी  ने एक नये पौधे का रुप ले लिया है इस टहनी के नीचे के हिस्से में जड़े गुट्टी के रूप में और ऊपरी भाग  ने नये पौधे का आकार ले लिया है आप इस पौधे को जहां चाहे वहां ले जा सकतें हैं जहां चाहे वहां पर इसे ज़मीन पर रोप सकते हैं ।

पौधे को जमीन के ऊपर कैसे रोपे या लगाएं:- 

                    पौधे को जमीन में रोपने के लिए एक वर्ग फीट चौड़ा व कम से कम डेढ़ फिट गहरा गड्ढा खोदने के बाद उसमें गोबर की सैडी हुई खाद डाल देना चाहिए। अगर आपके पास नहर से निकाली हुई मिट्टी मिल जाए तो उस गड्ढे में गोबर की खाद के साथ मिलकर डाल देवें।अब आपको उस पौधे की गुट्टी के पॉलिथीन को अच्छी प्रकार से हटा कर उस गड्ढे में हाथ से मिट्टी को हटा करके अपने पौधे को  90० के कोण पर खड़ा कर देना है तथा उस गड्ढे में गोबर की खाद व नहर की मिट्टी को डाल देना है और उसको चारों तरफ से अच्छी तरह से दबा देवें।
उसके बाद पूरे गढ़ को पानी से भर देवें। अगर आपके पास फंगीसाइड है तो उस डाल सकते हैं आप फंगीसाइड के स्थान पर लहस्सी भी डाल सकते हैं क्योंकि छांछ अपने आप में एक बहुत अच्छा फंगीसाइड है इस प्रकार आप समय-समय पर पानी देते रहे हैं दोस्तों मैं समझता हूं कि आपको यह आर्टिकल अच्छी तरह से समझ आ गया होगा।

गुट्टी बांधने के लाभ:-

  •  बिना बीज के पौधे तैयार किए जा सकते हैं यह बहुत अच्छा लाभ होता है
  • इस विधि से हम पौधे की उत्पादन कि क्षमता को पौधे को तैयार करने से पहले ही जान सकते हैं इसके विपरित बाजार से खरीदे गए पौधे के बारे में उसकी उत्पादन क्षमता को नहीं जान सकते हैं।
  • बीज के द्वारा उगाएं गए पौधे की बढ़वार गुट्टी से तैयार किए गए पौधे की अपेक्षा बहुत कम होती है।
  • गुट्टी से तैयार किए गए पौधे को हम मात्र 1से 2 माह में 5 से 11 फिट का पौधा तैयार कर सकते हैं।
  • इसके विपरित बीज से तैयार किए गए पौधे को 11 फिट का होने में एक से  दो वर्ष लग जाते हैं 
  • इस प्रकार हम कह सकते हैं कि गुट्टी से तैयार किए गए पौधे में समय की भी बचत होती हैं
  • गुट्टी के द्वारा तैयार किए गए पौधे की गुणवत्ता को हम स्वयं जांच परख सकते हैं यह इसका सबसे बड़ा लाभ होता हैं।
  • गुट्टी से तैयार किए गए पौधे में किस्म का पूरा विश्वास किया जा सकता है। इसके विपरित बाजार से खरीदे गए पौधे पर पूर्ण विश्वास नहीं किया जा सकता है।
  • गुट्टी से घर पर मिलने वाले सामान से ही अनेक पौधे तैयार किए जा सकते हैं इसके विपरित बाजार से खरीदे गए पौधे के लिए  मनमानी रकम देनी पड़ती हैं ।
  • गुट्टी से तैयार किया गया पौधा जमीन में जल्दी से जल्दी जड़ पकड़ लेता है

 

Last words:-

       दोस्तों मैं समझता हूं कि आपको ये आर्टिकल अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अगर आपको ये आर्टिकल अच्छी लगी हो तो आप इस पोस्ट को शेयर जरुर करे। हमारी साईट पर आने बहुत धन्यवाद। आपका दिन मंगलमय हो।
                                                  जयहिंद जय भारत।

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